खुद को क्रिकेट का महाशक्ति बताते हुए पाक ने IPL प्रसारण पर लगाया प्रतिबंध

 


 


  इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन की शुरुआत शनिवार (23 मार्च) से होने जा रही है। इस सीजन का ओपनिंग मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला जाएगा। दुनिया की इस सबसे बड़ी और लोकप्रिय टी-20 लीग का प्रसारण पाकिस्तान में नहीं किया जाएगा। दरअसल, जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान सुपर लीग के सीधे प्रसारण पर प्रतिबंध लगाए जाने के एक महीने बाद पाकिस्तान ने इंडियन प्रीमियर लीग के प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है। पाकिस्तान के सूचना प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने इसकी पुष्टि की। यह फैसला भारत में पाकिस्तान प्रीमियर लीग के आधिकारिक प्रसारक डीस्पोर्ट द्वारा पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर टूर्नामेंट का प्रसारण रोके जाने के एक महीने बाद लिया गया है। भारतीय कंपनी आईएमजी रिलायंस ने भी पीएसएल की विश्वव्यापी टीवी कवरेज संबंधी करार तोड़ दिया था जिससे लीग को टूर्नामेंट के बीच में नई प्रोडक्शन कंपनी से करार करना पड़ा। 


   चौधरी ने एआरवाय न्यूज से कहा, ‘पीएसएल के दौरान जिस तरह भारतीय कंपनियों और सरकार ने पाकिस्तान क्रिकेट के साथ सलूक किया, हम यह बर्दाश्त नहीं कर सकते कि हमारे यहां आईपीएल दिखाया जाए।’  उन्होंने भारतीय टीम पर भी क्रिकेट के राजनीतिकरण का आरोप लगाया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी से अनुरोध किया था कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान सेना की विशेष कैप पहनने वाले भारतीय खिलाडिय़ों पर कार्रवाई की जाए हालांकि आईसीसी ने कहा कि इसकी पूर्व अनुमति ली गई थी। चौधरी ने कहा, ‘हम सियासत और क्रिकेट को अलग रखते हैं। लेकिन भारतीय टीम ने जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेना की कैप पहनकर खेला तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।’ उन्होंने कहा, ‘आईपीएल अगर पाकिस्तान में नहीं दिखाया गया तो भारतीय क्रिकेट और आईपीएल को नुकसान होगा। हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में महाशक्ति हैं।’